₹900 से ₹740 तक गिरा LPG Rate – आज़ादी के बाद इतनी सस्ती गैस पहली बार!

LPG Rate – देशभर में एलपीजी (LPG) सिलेंडर की कीमतों में आई गिरावट ने आम जनता को बड़ी राहत दी है। पहले जहां एलपीजी का रेट ₹900 तक पहुंच गया था, वहीं अब यह घटकर ₹740 हो गया है। आज़ादी के बाद यह पहली बार है जब गैस सिलेंडर इतनी सस्ती दर पर उपलब्ध हुआ है। इस फैसले से गृहिणियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है, क्योंकि बढ़ती महंगाई के बीच रसोई गैस की कीमतों ने हर घर का बजट बिगाड़ दिया था। सरकार का यह कदम न केवल महंगाई नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, बल्कि इससे ग्रामीण और मध्यमवर्गीय परिवारों को सीधी राहत मिलने की उम्मीद है। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में गैस की कीमतों में और स्थिरता देखी जा सकती है।

LPG Rate गिरने से आम जनता को राहत

एलपीजी रेट ₹900 से घटकर ₹740 होने से आम जनता को सीधी राहत मिली है। जिन परिवारों को हर महीने गैस रिफिल करवाना पड़ता था, उन्हें अब लगभग ₹160 की बचत होगी। इस रेट कटौती का फायदा देशभर में करोड़ों उपभोक्ताओं को मिलेगा। केंद्र सरकार का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सब्सिडी नीति में सुधार के कारण यह रेट कम किया गया है। ग्रामीण इलाकों में जहां एलपीजी की डिमांड लगातार बढ़ रही थी, वहां अब लोग आसानी से सिलेंडर रिफिल करवा पाएंगे। यह कदम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए भी राहतभरा साबित होगा।

सरकार की नई सब्सिडी नीति का असर

सरकार ने एलपीजी सब्सिडी को लेकर नया फॉर्मूला लागू किया है, जिसके तहत उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को अतिरिक्त राहत मिलेगी। पहले जहां ₹200 की सब्सिडी मिलती थी, अब उसे बढ़ाकर ₹300 किया गया है। इस बदलाव से गरीब और निम्नवर्गीय परिवारों को अधिक लाभ होगा। केंद्र सरकार का कहना है कि उनका लक्ष्य है कि हर घर में साफ ईंधन पहुंचे और महिलाएं धुएं से मुक्त रसोई में खाना बना सकें। सब्सिडी के साथ-साथ सरकार ने वितरण नेटवर्क को भी मजबूत करने का निर्णय लिया है ताकि ग्रामीण इलाकों में गैस की आपूर्ति समय पर हो सके।

एलपीजी की कीमतों में गिरावट के पीछे के कारण

एलपीजी रेट में यह ऐतिहासिक गिरावट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी का नतीजा है। साथ ही, सरकार ने देश में टैक्स ढांचे को संतुलित कर कीमतों को नियंत्रित करने का प्रयास किया है। पिछले कुछ महीनों से वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें स्थिर हुई हैं, जिससे घरेलू एलपीजी दरों में सुधार हुआ है। सरकार के अनुसार, भविष्य में भी अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता बनी रहती है, तो उपभोक्ताओं को और राहत दी जा सकती है। आर्थिक जानकारों का कहना है कि यह कदम महंगाई को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।

आने वाले समय में क्या होंगे फायदे

एलपीजी रेट कम होने से न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को फायदा होगा बल्कि छोटे व्यवसायों और होटलों को भी लागत में राहत मिलेगी। गैस सस्ती होने से खानपान उद्योग और ग्रामीण कुटीर उद्योगों को भी सहारा मिलेगा। इसके अलावा, यह कदम ग्रामीण भारत में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देगा। सरकार की मंशा है कि आने वाले सालों में हर घर एलपीजी से जुड़ सके। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर यह रुझान जारी रहा, तो भारत आने वाले समय में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में और मजबूत कदम उठा सकेगा।

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